मंगलवार, 22 जनवरी 2013

संतो का मैला है


विश्वास और आस्था का होता दर्पण है
आस्था के मन्दिर है आस्था के तर्पण है
त्रिवेणी तट पर कुम्भ पर्व मैला है
मैले मे हल चल है भक्ति समर्पण है

गंगा के तट पर संतो का मैला है
त्रिवेणी संगम है गुरुवर है चैला है
भक्ति मे शक्ति है भक्तो का रैला है
कुदरत ने सर्दी क्या खेल खैला है
http://spirittourism.com/wp-content/uploads/2012/03/Kumbh-Mela-Hindu-Spiritual-Travel-to-India.jpg

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

न बिकती हर चीज

लज्जा का आभूषण करुणा  के बीज कौशल्या सी नारी तिथियों मे तीज  ह्रदय मे वत्सलता  गुणीयों का रत्न   नियति भी लिखती है  न बिकती हर चीज