शुक्रवार, 12 दिसंबर 2014

जन जन में खुशिया छाई है

लोक अदालत आई है ,जन जन में खुशिया छाई है 
कर लो बहना राजीनामा ,प्रेम सुधा सुख दाई है

सेवा ही संकल्प हमारा ,सेवा ही अभियान है 
न्याय दान ही महादान है निर्धन का सम्मान है 
न्याय शुल्क से पा लो मुक्ति, न्याय भागीरथी आई है 

मत भेदो  को दूर कर प्यारे ,नवयुग का आव्हान है 
प्री लिटिगेशन प्री बार्गेनिंग ,यह विधि का वरदान है 
विधि है मूर्ति विधि से पूर्ति ,हर मुश्किल हट पाई है

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न बिकती हर चीज

लज्जा का आभूषण करुणा  के बीज कौशल्या सी नारी तिथियों मे तीज  ह्रदय मे वत्सलता  गुणीयों का रत्न   नियति भी लिखती है  न बिकती हर चीज